हाथ उठे खुदा की इबादत में रूक गए हुस्न की तारिफ में। खुदा ने कबूल किया मुस्कुरा कर, याद कर हम भी कभी जवां थे। © इला वर्मा 06/11/2015 Source: Google
हाथ उठे खुदा की इबादत में रूक गए हुस्न की तारिफ में। खुदा ने कबूल किया मुस्कुरा कर, याद कर हम भी कभी जवां थे। © इला वर्मा 06/11/2015 Source: Google