यह एक जिंदगी की नहीं यह हर नारी की हार है फिर से पराजित हुई नारी हामी भरते हैं हम अपनी आधुनिकता व विकास पर क्रद नहीं करती समाज नारी की जुल्म की शिकार होती रहती है नारी दोषी टहराते हम उसको हमेशा हजारों उंगली उठाते उसकी अदा व पहनावे पर पर बोलो क्या सुरक्षित […]