बंद पृष्ठों को,
हवा न दो,
संभाल न पाऊँगा,
खुद को।
कमबक्त,
अवशेष में,
उफान है बाकी,
बङी मुश्किल से,
रोका है इन,
उमङते सैलाबों को।।
© इला वर्मा 24/11/2015
बंद पृष्ठों को,
हवा न दो,
संभाल न पाऊँगा,
खुद को।
कमबक्त,
अवशेष में,
उफान है बाकी,
बङी मुश्किल से,
रोका है इन,
उमङते सैलाबों को।।
© इला वर्मा 24/11/2015